वैदिक काल से ही हिंदू धर्मा मेरे कुछ परम्परा चली आ रही है। जिन्के अनुसर कर शीघ्र ही मां लक्ष्मी को खुस कीया जा सक्ता है। आज हम आप को बतायेंगी उन परम्पराओं के बारे में जो आपके जीवन को आनंदमयी बना देगी।
वैदिक काल से ही हिंदू धर्मा मेरे कुछ परम्परा चली आ रही है। जिन्के अनुसर कर शीघ्र ही मां लक्ष्मी को खुस कीया जा सक्ता है। आज हम आप को बतायेंगी उन परम्पराओं के बारे में जो आपके जीवन को आनंदमयी बना देगी।
पूजा में दो शिवलिंग, 3 गणेश , 2 सूर्य प्रतिमा ,3 देवी प्रतिमा, 2 गोमती चक्र और 2 शालिग्राम का पूजन नहीं करना चाहिए तथा अपने घर के मंडप में भी नहीं रखना चाहिए।
आप अपने घर में 9 इंच या 22 सेंटीमीटर से छोटी देवी देवता की प्रतिमा रखें यदि किसी देवी या देवता की प्रतिमा 9 इंच या 22 मीटर से बड़ी है तो उसे शुभ नहीं माना जाता है ऐसी बड़ी प्रतिमाओं का सही स्थान मंदिर में ही माना जाता है।
जैसा कि हम सभी जानते बसंत पंचमी बसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक माना जाता है इस दिन पूरे देश में विद्या बुद्धि और ज्ञान की देवी मां सरस्वती की आराधना की जाती है।
देवी सरस्वती को शिक्षा ज्ञान बुद्धि और कला संगीत की देवी कहा जाता है उनके आशीर्वाद से व्यक्ति को विद्या और बुद्धि की प्राप्ति होती है।
कार्तिक पूर्णिमा को काफी महत्व दिया जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु के पहले अवतार का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही हुआ था।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान को भी काफी महत्व दिया गया है ऐसा माना जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से आपके किए गए सारे पाप धुल जाएंगे। यदि आपके घर के आसपास कहीं पर गंगा नदी ना हो तो आप अपने घर में ही थोड़ा सा गंगाजल डालकर स्नान करें क्योंकि ऐसा करने से आपको गंगास्नान जितना ही पुण्य मिलेगा।
इस बार कार्तिक पूर्णिमा शनिवार के दिन है इसलिए शनिवार के दिन थोड़ा सा आमला चूर्ण या तिल शरीर में मल कर नहाने से कालसर्प दोष, शनि दोष, और पित्र दोष समाप्त हो जाएगा।
जैसा की हम सभी जानते हैं दीपावली की रात काफी शुभ रात मानी जाती हैं , या इसे दूसरे शब्दों में कहें तो इसे लक्ष्मी प्राप्ति की रात भी कही जा सकती है ।-दीपावली की रात को लक्ष्मी पूजन समाप्त होने के बाद घर के सभी कमरों में शंख बजाएं और अगर आपके घर में शंख नहीं है तो घंटी ही बजाए और इस बात का ध्यान रखें कि घंटी हमेशा बाएं हाथ से बजाएं, इससे आपके घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा मिट जाती है और ऐसा करने से लक्ष्मी मां प्रसन्न होती है और घर में सुख और समृद्धि आती है ।
-वैसे तो दीपावली दीपों का त्यौहार है इसीलिए हम सभी अपने घर को दीपों से सजाते हैं पर यदि आप एक तिल के तेल का दीपक एक लवंग डालकर हनुमान मंदिर में जलाते हैं तो इससे आपके सारे संकट कट जाते हैं।
जैसा की हम सभी जानते दीपावली की रात काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है । दीपावली खुशियों का त्योहार माना जाता है । दीपावली के दिन हम अपने परिवार के सदस्य और दोस्तों के साथ उपहारों का कभी आदान प्रदान करते हैं क्योंकि उपहार अपनों की खुशी के लिए आप अपनों को भेंट के तौर पर देते हैं और इससे घर में खुशी का माहौल बनता है और जहां खुशियां होती है वही सुख और शांति भी होती है जिससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर घर में स्थाई रुप से वास करती हैं ।
जैसा की हम सभी जानते हैं दीपावली की रात को मां लक्ष्मी के आगमन की रात मानी जाती है इसीलिए दीपावली की रात को कुछ ऐसे संकेतो का मिलना जिन से आपको पता चलेगा की आने वाले नए साल में मां लक्ष्मी की आपके ऊपर अस्थाई रूप से कितनी कृपा बनी रहेगी ।
वैसे तो मां लक्ष्मी के बहुत सारे स्वरूप है परंतु मां लक्ष्मी को सबसे प्रिय है श्रीयंत्र तथा लक्ष्मीयंत्र । दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन के समय कलश स्थापना को बहुत महत्व दिया गया है और इस कलश स्थापना के लिए आप एक तांबे का कलश ले यदि तांबे का कलश उपलब्ध नहीं है तो आप मिट्टी का भी कलश ले सकते है, इसके उपरांत कलश में एक रक्षा धागा बांध लें और फिर उस कलश को गंगाजल से भर दे, इसके बाद उसी कलश में एक सुपारी, एक लवंग, एक सिक्का और एक हल्दी का गांठ डाल दें, अंत में एक कटोरी से भरे हुए चावल को उस कलश के ऊपर रख दें और कटोरी के ऊपर एक नारियल रख दे और इस बात का अत्यधिक ध्यान रखें कि नारियल में रक्षा धागा बांधा हो ।
ऐसा माना जाता है कि धनतेरस के दिन समुद्र मंथन के दौरान धनतेरी जी अमृत का कलश लेकर आए थे, इसीलिए उस दिन बड़े-बड़े बर्तन खरीदने चाहिए क्योंकि जितने बड़े बर्तन आप उस दिन खरीदेंगे उसका 13 गुना ज्यादा आपको धन की प्राप्ति होगी ।
धनतेरस के दिन इस बात का अत्यधिक ध्यान रखें कि आपके घर में कहीं पर भी कोई भी मकड़ी का जाला ना लगाओ और अगर मकड़ी के जाले है तो उसे साफ करवाए ।